पगली प्लेटफार्म पर चीथड़ों में अपने लाज को ढांकने में असमर्थ बार बार असफल प्रयास करती।उसको ऐसी अवस्था में भी हवस का शिकार बनाने वाले कि मानसिक दिव्यांगता का आप खुद अंदाज़ा लगाएं।अपनी भूख मिटाने को आतुर ...
जो देखा,जैसा भोगा उसे ही कलमबद्ध करने की कोशिश करता हूँ।साधारण इंसान हूँ, छल कपट से दूर रहने की कोशिश करता हूँ।
अपने मन,वचन और कर्म से किसी को दुःख पहुँचाना मेरा मकसद नहीं।जीयो और जीने दो,ध्येय वाक्य है मेरा।
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतुः निरामया।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु,मा कश्चिद दुःख भागभवेत।।
सारांश
जो देखा,जैसा भोगा उसे ही कलमबद्ध करने की कोशिश करता हूँ।साधारण इंसान हूँ, छल कपट से दूर रहने की कोशिश करता हूँ।
अपने मन,वचन और कर्म से किसी को दुःख पहुँचाना मेरा मकसद नहीं।जीयो और जीने दो,ध्येय वाक्य है मेरा।
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतुः निरामया।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु,मा कश्चिद दुःख भागभवेत।।
समस्या नोंदवा