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मराठी

तमाचा

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पगली प्लेटफार्म पर चीथड़ों में अपने लाज को ढांकने में असमर्थ बार बार असफल प्रयास करती।उसको ऐसी अवस्था में भी हवस का शिकार बनाने वाले कि मानसिक दिव्यांगता का आप खुद अंदाज़ा लगाएं।अपनी भूख मिटाने को आतुर ...

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लेखकांविषयी
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Mukesh Roy

जो देखा,जैसा भोगा उसे ही कलमबद्ध करने की कोशिश करता हूँ।साधारण इंसान हूँ, छल कपट से दूर रहने की कोशिश करता हूँ। अपने मन,वचन और कर्म से किसी को दुःख पहुँचाना मेरा मकसद नहीं।जीयो और जीने दो,ध्येय वाक्य है मेरा। सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतुः निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु,मा कश्चिद दुःख भागभवेत।।

टिप्पण्या
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  • एकूण टिप्पणी
  • author
    Dr. Dinesh Satyarthi
    08 मार्च 2020
    सम्बेदित मन पर जोरदार तमाचा चटाक........ एक सम्पूर्ण कृति, मन को झकझोर गई।
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    Dr. Dinesh Satyarthi
    08 मार्च 2020
    सम्बेदित मन पर जोरदार तमाचा चटाक........ एक सम्पूर्ण कृति, मन को झकझोर गई।