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मराठी

मेरी पसन्द

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दोस्तों मुझे ये पसन्द है, मुझे यहा घूमना पसन्द है, मुझे यहा जाना पसन्द है। ऐसा हर इंसान अपनी अपनी पसन्द बताता है और अपनी पसन्द दुसरो पे भी लादता है जब की दूसरे इंसान को वो पसन्द नही होता है। यही ...

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लेखकांविषयी
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Shoyab Khatik

जो दिल मे आया लिख दिया

टिप्पण्या
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  • एकूण टिप्पणी
  • author
    Hemalata Godbole
    25 डिसेंबर 2019
    हमे तो अपनी पसंदजाहिर करना हीनहीं दालजले पसंद की पतं काट देंगे हा ,हम किसी की पसंद सुनकर अवश्य खुश होते हैं उनकी साफगोई देखकर और वो पसंद हमे पसंद न हो तो उनकी औकात देखकर।शुभंभवतु
  • author
    Sangeeta Agarwal
    02 ऑक्टोबर 2020
    सही कहा आपने,अपनी पसंद किसी पर थोपना नही चाहिए,लेकिन हमारे समाज मे आज भी बहुत सी स्त्रियां ऐसी हैं जिनकी अपनी पसंद की कोई महत्ता नही है।
  • author
    Shobhna Goyal
    01 जुलै 2019
    जिंदगी में समझौते तो करने पड़ते हैं। हर जगह ,हर व्यक्ति अपनी ही पसंद का नहीं हो सकता । रचना अच्छी लगी ।
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    Hemalata Godbole
    25 डिसेंबर 2019
    हमे तो अपनी पसंदजाहिर करना हीनहीं दालजले पसंद की पतं काट देंगे हा ,हम किसी की पसंद सुनकर अवश्य खुश होते हैं उनकी साफगोई देखकर और वो पसंद हमे पसंद न हो तो उनकी औकात देखकर।शुभंभवतु
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    Sangeeta Agarwal
    02 ऑक्टोबर 2020
    सही कहा आपने,अपनी पसंद किसी पर थोपना नही चाहिए,लेकिन हमारे समाज मे आज भी बहुत सी स्त्रियां ऐसी हैं जिनकी अपनी पसंद की कोई महत्ता नही है।
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    Shobhna Goyal
    01 जुलै 2019
    जिंदगी में समझौते तो करने पड़ते हैं। हर जगह ,हर व्यक्ति अपनी ही पसंद का नहीं हो सकता । रचना अच्छी लगी ।